The inventor who kept his promise class 10 in hindi|up board


The inventor who kept his promise class 10 in hindi

The inventor who kept his promise in Hindi
The Inventor who kept his promise class 10 in hindi



दोस्तों यह पाठ एक महान साइंटिस्ट के जिंदगी के बारे में है जिनका नाम है थॉमस अल्वा एडिसन इस पाठ में हम पढ़ेंगे कि उनका जीवन कैसा था और उन्होंने अपने प्रॉमिस को पूरा किया।

थॉमस अल्वा एडिसन(Thomas Alva Edison) बचपन में बहुत ही ज्यादा उत्सुक(curious) बच्चे थे उनके मन में बहुत सारे विचार आया करते थे वह अपने आसपास के होने वाली घटनाओं को देखकर बहुत ही ज्यादा प्रभावित होते थे और उस पर बहुत सारे प्रश्न पूछा करते थे अर्थात उनका स्वभाव  जिज्ञासु था।

और उनका यही जिज्ञासु स्वभाव को देखते हुए उनकी शिक्षिका ने उनको मूर्ख बच्चा बोला और उनको स्कूल से भी निकाल दिया। इसके बाद क्या होता है दोस्तों की थॉमस अल्वा एडिसन ने अपनी माता को ही अपना गुरु माना और उनकी माता ने भी उनको अच्छे तरीके से पढ़ाया और उनके सभी प्रश्नों के जवाब दिए उनके मन में जो भी सवाल उठता था वह अपनी माता को बताते थे और माता उनको उनके सवालों का बहुत ही अच्छे तरीके से संतुष्ट कर देने वाला जवाब देती थी। इस तरीके से उन्होंने बहुत सारी चीजें सीखी अपनी माता से।

फिर क्या होता है दोस्तों की थॉमस अल्वा एडिसन थोड़े बड़े होते हैं और वह अब अपने मन की उत्सुकता को शांत करने के लिए कई सारे प्रयोग(experiment) करते हैं जिनका उन्हें कुछ खास परिणाम नहीं निकलता और ज्यादातर प्रयोग असफल हो जाते हैं, पर उन्होंने इन सभी चीजों से यह जरूर सीख लिया कि उनकी सोच में अभी कमी है उनकी सोच अभी बहुत ही ज्यादा अच्छी नहीं है। थॉमस अल्वा एडिसन के पिता भी उनको बहुत ही ज्यादा सपोर्ट करते थे उनका मनोबल बढ़ाते थे।वह थॉमस को और भी किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करते थे और उनको 25 सेंट्स (cents) पैसे भी दिया करते थे जिससे वह किताबें खरीद के पढ़ सके लेकिन यह पैसे प्राप्त नहीं थे कि वह किताबें खरीद सके और अपने प्रयोग भी कर सके इसलिए पैसे का अभाव हो रहा था।तो उन्होंने निर्णय लिया कि वह अब रेलवे में नौकरी करेंगे ताकि वह और भी पैसे कमा सके और अपनी जरूरतों को पूरा कर सके उन्होंने अखबार, फल और मिठाइयां भी बेचनी शुरू कर दी।


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फिर दोस्तों एक-दो साल बाद क्या होता है कि एडिशन अपनी खुद की ही अखबार निकालने की सोचते हैं।इसके लिए उन्हें मशीन की जरूरत थी तो उन्होंने पुरानी मशीन खरीद लाई और मालगाड़ी के 1 डिब्बे में ही छपाई की मशीन लगा दी और वहां से वह और भी ज्यादा पैसे कमाने लगे थे। लेकिन एक दिन क्या होता है कि प्रयोग करते करते डिब्बे में आग लग जाती है जिसकी वजह से उनका प्रयोगशाला यानी कि मालगाड़ी का डब्बा और उनकी नौकरी दोनों ही चली जाती है वह दोनों ही चीजों को खो देते हैं। फिर एडिशन की जीवन में आगे बहुत ही ज्यादा संघर्ष रहता है। लेकिन वह लगातार ही अपने ज्ञान को और भी ज्यादा बढ़ाते जा रहे थे और धीरे-धीरे वह अपने सभी कर्ज को भी चुका लिए थे। अब आगे 6 वर्ष में एडिशन ने एक-एक करके कई सारे बड़े-बड़े आविष्कार किए जिससे उन्हें धन भी मिला और ख्याति (fame) भी मिली। लोग उनको जानने लगे थे धीरे-धीरे। फिर वर्ष 1878 में उन्होंने ग्रामोफोन का आविष्कार किया जिससे इंसानों की आवाजों को हम दोबारा सुन सके। और उन्हें इसी साल अमेरिका के राष्ट्रपति निवास यानी white house में बुलाया गया जिससे वह पूरे अमेरिका में प्रसिद्ध भी हो गए। अब उन्हें पूरे अमेरिका में लोग जानने लगे थे। और एक बार थॉमस अल्वा एडिसन ने कहा कि वह दुनिया को बिजली से चलने वाली बल्ब देना चाहते हैं और यह बात सुनकर सभी वैज्ञानिक उन पर हंसने लगे लेकिन उन्होंने बहुत ही ज्यादा कड़ी मेहनत की और लगभग 1200 प्रयोग किए उसके बाद जाकर 1879 में वह अपने मकसद में सफल रहे। मतलब उन्होंने बिजली से चलने वाली बल्ब बना ली। और उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में भी युद्ध में प्रयोग होने वाले कई सारे आविष्कार(invention) कि अपने देश सेवा के लिए। और उनको इस काम के लिए सम्मानित भी किया गया उनको मेडल भी दिया गया। और दोस्तों इस तरह थॉमस अल्वा एडिसन ने अपना वादा निभाया।

So, this is the summary chapter the Inventor who kept his promise in hindi i hope this post helps you in your exam preparation.


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